
अपनी बात-सच्ची बात
कैसे-कैसे सरकारी कारिन्दे, खाओ और देर तक सोते रहो … पक्षियों के लिए चुग्गा डालना बचपन से मेरी आदत में शुमार रहा है। जहाँ-जहाँ भी…
कैसे-कैसे सरकारी कारिन्दे, खाओ और देर तक सोते रहो … पक्षियों के लिए चुग्गा डालना बचपन से मेरी आदत में शुमार रहा है। जहाँ-जहाँ भी…
काशी(बनारस), लोढ़ी काशी, मथुरा, वृन्दावन, प्रयाग आदि सब जगहों पर कौअे काले ही हैं, गधे, उल्लू और कामचोर सब जगह हैं। इसी तरह अधर्म और…
बात बांसवाड़ा की है जब मेरे मित्र भूगोल व्याख्याता प्रोफेसर (डॉ.) लक्ष्मीलाल सालवी जी ने सन् 2007 में सूचना केन्द्र में भूगोल पर केन्दि्रत प्रदर्शनी…
वह भी एक दौर था जब चुनावी मतगणना के परिणाम प्रदर्शन के लिए बोर्ड्स तैयार कर लगाए जाते थे। इसी तरह का उपक्रम 2004 में…
राज काज कीन्ह बिना मोहि कहाँ विश्राम। राज-काजी महानुभावों के साथ शनिवारीय अवकाश का दौर
राजसमन्द सूचना केन्द्र में प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे ऊर्जावान युवाओें व जिज्ञासु स्वाध्यायी पाठकों के बीच अपनत्व की अनुभूति का सुकून संगच्छध्वं संवदध्वं …
भीख मांगना, मांग खाना, भिखारियों का स्वभाव अपना लेना, लूट-खसोट व छीना-झपटी को अपनाते हुए आगे बढ़ना और अपने आपको दूसरों के मुकाबले अधिक से…
करोड़ों की जनसंख्या के बीच कुछ गिने-चुने लोग ही अपने हो पाते हैं। लेकिन यही काफी नहीं है। जो अपने हैं उन्हें अपना बनाए रखना…
डूंगरपुर में ज्योतिष कार्यक्रम के दौरान प्रसिद्ध ज्योतिषियों श्री हरीश शर्मा जी व श्रीमती कल्पना शर्मा (उदयपुर), जाने-माने अभिभाषक एवं ओजस्वी वक्ता कान्तिशंकर शुक्ला, साहित्य…
उदयपुर के भण्डारी दर्शक मण्डप में स्वतंत्रता दिवस – 2005 पर जिलास्तरीय मुख्य समारोह में मित्रों के साथ