
आतिशबाजी देती है अभिशप्त जिन्दगी
इन दिनों यत्र-तत्र-सर्वत्र आतिशबाजी का जोर है। दीवाली का त्योहार जो है। फिर आतिशबाजी कोई एक दिन की ही बात नहीं है बल्कि यह पखवाड़े…
इन दिनों यत्र-तत्र-सर्वत्र आतिशबाजी का जोर है। दीवाली का त्योहार जो है। फिर आतिशबाजी कोई एक दिन की ही बात नहीं है बल्कि यह पखवाड़े…
गलती या दुष्टता नहीं दोहराने की शर्त पर ही क्षमा किया जा सकता है। एक दिन क्षमा मांग लो। और फिर साल के लिए दुष्टताओं…
हर जीवात्मा की यही स्थिति है। स्वाद और मुफत का प्राप्त करने के फेर में फंस ही जाता है। दूसरों की दुर्गति और अनुभवों से…
जिस दफ्तर में जो इंसान जोरों से बातें करता या चिल्लाता रहता है, समझ लो वह पहले जन्म में इसी बाड़े का कार्मिक या श्वान…
उस लेखन का क्या अर्थ, जिससे किसी का भला न हो, अभावों और समस्याओं का खात्मा न हो, खट्टे-मीठे-कड़वे-तीखे अनुभवों का समावेश न हो। केवल…
भगवान की कृपा का अनुभव करें, मुक्ति का मार्ग पाएं … भगवान के परम और सर्वश्रेष्ठ ज्ञानी और पूज्य भक्त बड़ी ही श्रद्धा से दिन-रात…
शून्यावस्था प्राप्त करो, आनंद अपने आप भर जाएगा, और थोड़ा आगे बढ़ो, महाशून्यावस्था में महाआनंद हिलोरें लेने लगेगा,यहीं से अनुभव होने लगेगा समाधि अवस्था के…
जीवन में हमेशा स्पष्टवादी, सत्यान्वेषी और पारदर्शी होना चाहिए, इससे हो सकता है कि तात्कालिक तौर पर कोई नाराज या दुःखी हो जाए किन्तु सत्य…
अब हो ही जाए आर-पार बर्दाश्तगी की सारी सीमाएँ अब टूट चूकी, सहिष्णुता के सारे बाँध ध्वस्त हो चुके, सहनशीलता के समन्दरों पानी अपने-पराये, बाहरी-भीतरी…
जो मरे हुए लोग हैं वे ही न औरों को जीने देते हैं, न खुद ही जी पाते हैं। आजकल अधिकांश लोगों की आत्मा कहीं…